दिल है कदमों पे किसी के सर झुका हो या न हो Admin / Sep 11, 2021 दिल है कदमों पे किसी के सर झुका हो या न हो दिल है कदमों पे किसी के सर झुका हो या न हो, बंदगी तो अपनी फ़ितरत है ख़ुदा हो या न हो। Dil Hai Kadmon Pe Kisi Ke Sar Jhuka Ho Ya Na Ho, Bandgi Toh Apni Fitrat Hai Khuda Ho Ya Na Ho. Shayari Attitude Shayari Dum Shayari