दिल से बड़ी कोई क़ब्र नहीं है

दिल से बड़ी कोई क़ब्र नहीं है

दिल से बड़ी कोई क़ब्र नहीं है

दिल से बड़ी कोई क़ब्र नहीं है,
रोज़ कोई ना कोई एहसास दफ़न होता है।


Dil se badee koee qabr nahin hai,
Roz koee na koee ehasaas dafan hota hai.