दिल के दर्द को हर रोज सम्भालता हूँ

दिल के दर्द को हर रोज सम्भालता हूँ

दिल के दर्द को हर रोज सम्भालता हूँ,
प्याज का दाम कितना भी बढ़ जाए रोज खाता हूँ.


Dil ke dard ko har roj sambhaalata hoon,
Pyaaj ka daam kitana bhee badh jae roj khaata hoon.