दिन भर किसान खेतों में मरता है

दिन भर किसान खेतों में मरता है

दिन भर किसान खेतों में मरता है,
फिर भी उसके बच्चों का पेट नही भरता है।


Din bhar kisaan kheton mein marata hai,
Phir bhee usake bachchon ka pet nahee bharata hai.