दर्द कहां मोहताज़ होता है शब्दों का

दर्द कहां मोहताज़ होता है शब्दों का

दर्द कहां मोहताज़ होता है शब्दों का...
बस दो आंसू ही काफ़ी है, बयां करने को...!!


Dard kahaan mohataaz hota hai shabdon ka... bas do aansu hi kaafi hai, bayaan karane ko...!!