तेरे रुखसार पर ढले हैं मेरी शाम के किस्से

तेरे रुखसार पर ढले हैं मेरी शाम के किस्से

तेरे रुखसार पर ढले हैं मेरी शाम के किस्से,
खामोशी से माँगी हुई मोहब्बत की दुआ हो तुम।


Tere Rukhsaar Par Dhhale Hain Meri Shaam Ke Kisse,
Khamoshi Se Maangi Hui Mohabbat Ki Dua Ho Tum.