तेरी रहमत भी मोहताज़ है मेरे गुनाहों की

तेरी रहमत भी मोहताज़ है मेरे गुनाहों की

तेरी रहमत भी मोहताज़ है मेरे गुनाहों की...
मेरे बिना तू भी खुदा हो नहीं सकता... !!!


Teree rahamat bhee mohataaz hai mere gunaahon kee...
Mere bina too bhee khuda ho nahin sakata... !!!