तेरी मुहब्बत भी किराये के घर की तरह थी

तेरी मुहब्बत भी किराये के घर की तरह थी

तेरी मुहब्बत भी किराये के घर की तरह थी…..
कितना भी सजाया पर मेरी नहीं हुई….


Teree muhabbat bhee kiraaye ke ghar kee tarah thee…..
Kitana bhee sajaaya par meree nahin huee….