तेरा ही नाम मेरी हर सांस में निकला

तेरा ही नाम मेरी हर सांस में निकला

तेरा ही नाम मेरी हर सांस में निकला,
तेरा अक्स मेरी गजल के आब में निकला,
तुझे भुलाने को जब किया खुदको बेसुध मैंने,
तेरा ख्वाब ही कम्बखत इस आँख में निकला ।


Tera hee naam meree har saans mein nikala,
Tera aks meree gajal ke aab mein nikala,
Tujhe bhulaane ko jab kiya khudako besudh mainne,
Tera khvaab hee kambakhat is aankh mein nikala .