तू मुझे गुनहगार साबित करने की ज़हमत ना उठा Mohit / Jan 31, 2022 तू मुझे गुनहगार साबित करने की ज़हमत ना उठा तू मुझे गुनहगार साबित करने की ज़हमत ना उठा... बस ये बता क्या-क्या कुबूल करना है, जिससे दोस्ती बनी रहे...!! Too mujhe gunahagaar saabit karane kee zahamat na utha... Bas ye bata kya-kya kubool karana hai, jisase dostee banee rahe...!! Shayari Dost Shayari Dosti Shayari Gunehgar Shayari Ham Shayari