तू इश्क की दूसरी निशानी दे दे मुझको

तू इश्क की दूसरी निशानी दे दे मुझको

तू इश्क की दूसरी निशानी दे दे मुझको

तू इश्क की दूसरी निशानी दे दे मुझको,
आंसू तो रोज गिर कर सूख जाते है।


Too ishk kee doosaree nishaanee de de mujhako,
Aansoo to roj gir kar sookh jaate hai.