तुम्हें तो इल्म है मेरे दिल ए वहशी के ज़ख़्मों को Pradeep / Jan 31, 2022 तुम्हें तो इल्म है मेरे दिल ए वहशी के ज़ख़्मों को तुम्हें तो इल्म है मेरे दिल-ए-वहशी के ज़ख़्मों को, तुम्हारा वस्ल मरहम है कभी मिलने चले आओ। Tumhen to ilm hai mere dil-e-vahashee ke zakhmon ko, Tumhaara vasl maraham hai kabhee milane chale aao. Shayari Dil Shayari Haar Shayari Ham Shayari Hindi Shayari Mar Shayari Milan Shayari Tum Shayari