तुम लाख़ कोशिशें करलो प्रदीप अब कभी ना हो पायेगी सुलह

तुम लाख़ कोशिशें करलो प्रदीप अब कभी ना हो पायेगी सुलह

तुम लाख़ कोशिशें करलो 'प्रदीप', अब कभी ना हो पायेगी सुलह,
गर फ़िर भी मिलना चाहो, तो मिलते रहना एक अजनबी की तरह...


Tum laakh koshishen karalo pradeep, ab kabhee na ho paayegee sulah,
Gar fir bhee milana chaaho, to milate rahana ek ajanabee kee tarah...