तुम मुझे जितनी इज़्ज़त दे सकते थे दे दी

तुम मुझे जितनी इज़्ज़त दे सकते थे दे दी

तुम मुझे जितनी इज़्ज़त दे सकते थे दे दी
अब तुम देखो मेरा सबर और मेरी ख़ामोशी


Tum Mujhe Jitni Izzat De Sakte The De Di
Ab Tum Dekho Mera Sabar Aur Meri Khamoshi