तुम मुझे जितनी इज़्ज़त दे सकते थे दे दी Admin / Dec 09, 2021 तुम मुझे जितनी इज़्ज़त दे सकते थे दे दी तुम मुझे जितनी इज़्ज़त दे सकते थे दे दी अब तुम देखो मेरा सबर और मेरी ख़ामोशी Tum Mujhe Jitni Izzat De Sakte The De Di Ab Tum Dekho Mera Sabar Aur Meri Khamoshi Shayari Meri Shayari Sad Shayari Tum Shayari