तुम बहते पानी से हो हर शक्ल में ढल जाते हो Admin / Sep 12, 2021 तुम बहते पानी से हो हर शक्ल में ढल जाते हो तुम बहते पानी से हो हर शक्ल में ढल जाते हो, मैं रेत सा हूँ मुझसे कच्चे घर भी नहीं बनते। Tum Bahete Paani Se Ho Har Shakl Mein Dhal Jaate Ho, Main Ret Sa Hoon Mujhse Kachche Ghar Bhi Nahi Bante. Shayari Attitude Shayari