तुम नफरतों की सोच क़यामत तक ज़ारी रखो

तुम नफरतों की सोच क़यामत तक ज़ारी रखो

तुम नफरतों की सोच क़यामत तक ज़ारी रखो...
मैं मोहब्बत से इस्तीफ़ा, मरते दम तक नहीं दूंगी...!!


Tum napharaton kee soch qayaamat tak zaaree rakho...
Main mohabbat se isteefa, marate dam tak nahin doongee...!!