तुम आओगे भी अब लौटकर तो तुम्हे क्या हासिल होगा

तुम आओगे भी अब लौटकर तो तुम्हे क्या हासिल होगा

तुम आओगे भी अब लौटकर तो तुम्हे क्या हासिल होगा,
जो मोहब्बत थी हमारे बीच वो फासलो में फ़ना हो गई...


Tum aaoge bhee ab lautakar to tumhe kya haasil hoga,
Jo mohabbat thee hamaare beech vo phaasalo mein fana ho gaee...