तुझसे अच्छे तो जख्म हैं मेरे । Admin / Jan 31, 2022 तुझसे अच्छे तो जख्म हैं मेरे । तुझसे अच्छे तो जख्म हैं मेरे । उतनी ही तकलीफ देते हैं जितनी बर्दास्त कर सकूँ Tujhase achchhe to jakhm hain mere . Utanee hee takaleeph dete hain jitanee bardaast kar sakoon Shayari Sad Shayari Takleef Shayari