तमाम लोगों को अपनी अपनी मंजिल मिल चुकी

तमाम लोगों को अपनी अपनी मंजिल मिल चुकी

तमाम लोगों को अपनी अपनी मंजिल मिल चुकी,
कमबख्त हमारा दिल है, कि अब भी सफर में है।


Tamaam logon ko apanee apanee manjil mil chukee,
Kamabakht hamaara dil hai, ki ab bhee saphar mein hai.