ढ़ूँढ़ेंगे लोग मुझको हर महफ़िल ए सुख़न में

ढ़ूँढ़ेंगे लोग मुझको हर महफ़िल ए सुख़न में

ढ़ूँढ़ेंगे लोग मुझको हर महफ़िल-ए-सुख़न में...
हर दौर की ग़ज़ल में मेरा निशाँ मिलेगा...!!


Dhoondhenge log mujhako har mahafil-e-sukhan mein...
Har daur kee gazal mein mera nishaan milega...!!