ढलती शाम और भागती जिन्दगी के बीच

ढलती शाम और भागती जिन्दगी के बीच

ढलती शाम और भागती जिन्दगी के बीच

ढलती शाम और भागती जिन्दगी के बीच,
ये तुमसे बेवजह की बातें सुनो यही इश्क है।


Dhalatee shaam aur bhaagatee jindagee ke beech,
Ye tumase bevajah kee baaten suno yahee ishk hai.