डूबी हैं मेरी उँगलियाँ खुद अपने लहू में Admin / Nov 26, 2021 डूबी हैं मेरी उँगलियाँ खुद अपने लहू में डूबी हैं मेरी उँगलियाँ खुद अपने लहू में, ये काँच के टुकड़ों को उठाने के सज़ा है। Doobi Hain Meri Ungliya Khud Apne Lahu Me, Ye Kaanch Ke Tukdon Ko Uthane Ki Saza Hai. Shayari Khud Shayari Sad Shayari