टुकड़े पड़े थे राह में किसी हसीना की तस्वीर के

टुकड़े पड़े थे राह में किसी हसीना की तस्वीर के

टुकड़े पड़े थे राह में किसी हसीना की तस्वीर के,
लगता है कोई दीवाना आज समझदार हो गया।


Tukade pade the raah mein kisee haseena kee tasveer ke,
Lagata hai koee deevaana aaj samajhadaar ho gaya.