जिस वक़्त जीना ग़ैर मुमकिन सा लगे Admin / Jan 31, 2022 जिस वक़्त जीना ग़ैर मुमकिन सा लगे जिस वक़्त जीना ग़ैर मुमकिन सा लगे, उस वक़्त जीना फर्ज़ है इंसान का... Jis vaqt jeena gair mumakin sa lage, Us vaqt jeena pharz hai insaan ka... Shayari 2 Line Shayari Insaan Shayari Mumakin Shayari