जिंदगी सारी उम्र संभलती रही दो पाँव पर

जिंदगी सारी उम्र संभलती रही दो पाँव पर

जिंदगी सारी उम्र संभलती रही दो पाँव पर,
मौत ने आते ही कहा, मुझे चार कँधे चाहिए...!


Jindagee saaree umr sambhalatee rahee do paanv par,
Maut ne aate hee kaha, mujhe chaar kandhe chaahie...!