जाने क्या ढूँढती रहती ये आँखे उसमें

जाने क्या ढूँढती रहती ये आँखे उसमें

जाने क्या ढूँढती रहती ये आँखे उसमें,
राख के ढ़ेर में शोला हैं ना चिंगारी हैं


Jaane kya dhoondhatee rahatee ye aankhe usamen,
Raakh ke dher mein shola hain na chingaaree hain