ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा भी कितना अजीब है

ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा भी कितना अजीब है

ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा भी कितना अजीब है

ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा भी कितना अजीब है,
शामें कटती नहीं, और साल गुज़रते चले जा रहे हैं !!


Zindagee ka falasafa bhee kitana ajeeb hai,
Shaamen katatee nahin, aur saal guzarate chale ja rahe hain !!