ज़िन्दगी कभी भी ले सकती है करवट, तू गुमां न कर

ज़िन्दगी कभी भी ले सकती है करवट, तू गुमां न कर

ज़िन्दगी कभी भी ले सकती है करवट, तू गुमां न कर..
बुलंदियाँ छू हज़ार मगर, उसके लिए कोई गुनाह न कर।


Zindagee kabhee bhee le sakatee hai karavat, too gumaan na kar..
Bulandiyaan chhoo hazaar magar, usake lie koee gunaah na kar.