ज़िन्दगी कभी भी ले सकती है करवट, तू गुमां न कर Neha / Jan 31, 2022 ज़िन्दगी कभी भी ले सकती है करवट, तू गुमां न कर ज़िन्दगी कभी भी ले सकती है करवट, तू गुमां न कर.. बुलंदियाँ छू हज़ार मगर, उसके लिए कोई गुनाह न कर। Zindagee kabhee bhee le sakatee hai karavat, too gumaan na kar.. Bulandiyaan chhoo hazaar magar, usake lie koee gunaah na kar. Shayari Gunaah Shayari Hindi Shayari Maa Shayari