जब पिता बच्चों की ख्वाहिशों के लिए पसीना बहाता हैं,

जब पिता बच्चों की ख्वाहिशों के लिए पसीना बहाता हैं,

जब पिता बच्चों की ख्वाहिशों के लिए पसीना बहाता हैं,
बच्चे को एक बड़ी प्रेरणा और शिक्षा मिल जाता हैं,
पिता के गुण ही तो बच्चे सीखते हैं
जीवन में मुसीबतों से लड़ने का हौसला मिल जाता हैं.


Jab pita bachchon kee khvaahishon ke lie paseena bahaata hain,
Bachche ko ek badee prerana aur shiksha mil jaata hain,
Pita ke gun hee to bachche seekhate hain
Jeevan mein museebaton se ladane ka hausala mil jaata hain.