जब तक रहा हूँ धूप में चादर बना रहा

जब तक रहा हूँ धूप में चादर बना रहा

जब तक रहा हूँ धूप में चादर बना रहा
मैं अपनी माँ का आखिरी ज़ेवर बना रहा


Jab tak raha hoon dhoop mein chaadar bana raha
Main apanee maan ka aakhiree zevar bana raha