जब तक रहा हूँ धूप में चादर बना रहा Pradeep / Jan 31, 2022 जब तक रहा हूँ धूप में चादर बना रहा जब तक रहा हूँ धूप में चादर बना रहा मैं अपनी माँ का आखिरी ज़ेवर बना रहा Jab tak raha hoon dhoop mein chaadar bana raha Main apanee maan ka aakhiree zevar bana raha Shayari Chaadar Shayari Dhup Shayari Maa Shayari Mother's Day Shayari