जब उफान मारने लगता है यादों का समुंदर

जब उफान मारने लगता है यादों का समुंदर

जब उफान मारने लगता है यादों का समुंदर,
तब हम दर्द सहते रहते है इस दिल के अंदर।
अकेले होने का अहसास और बढ जाता है,
क्योंकि शुरू हो जाता है सर्द महीना नवंबर।


Jab uphaan maarane lagata hai yaadon ka samundar,
Tab ham dard sahate rahate hai is dil ke andar.
Akele hone ka ahasaas aur badh jaata hai,
Kyonki shuroo ho jaata hai sard maheena navambar.