छोड़ ये बात कि मिले ज़ख़्म कहाँ से मुझको

छोड़ ये बात कि मिले ज़ख़्म कहाँ से मुझको

छोड़ ये बात कि मिले ज़ख़्म कहाँ से मुझको,
ज़िंदगी इतना बता कितना सफर बाकी है।


Chhod Yeh Baat Ke Mile Zakhm Kahan Se Mujhko,
Zindagi Itna Bata Kitna Safar Baaki Hai.