छुपी है अन गिनत चिंगारियाँ लफ़्ज़ों के दामन में

छुपी है अन गिनत चिंगारियाँ लफ़्ज़ों के दामन में

छुपी है अन-गिनत चिंगारियाँ लफ़्ज़ों के दामन में
ज़रा पढ़ना ग़ज़ल की ये किताब आहिस्ता आहिस्ता


Chhupee hai an-ginat chingaariyaan lafzon ke daaman mein
Zara padhana gazal kee ye kitaab aahista aahista