चिराग कैसे अपनी मजबूरियाँ बयाँ करे

चिराग कैसे अपनी मजबूरियाँ बयाँ करे

चिराग कैसे अपनी मजबूरियाँ बयाँ करे,
हवा जरूरी भी और डर भी उसी से है।


Chiraag kaise apanee majabooriyaan bayaan kare,
Hava jarooree bhee aur dar bhee usee se hai.