चाहत इतनी रखो की जी सभल जाए अब

चाहत इतनी रखो की जी सभल जाए अब

चाहत इतनी रखो की जी सभल जाए , अब
इस कदर भी ना चाहो कि दम निकल जाये।


Chahat Itni Rakho Ki Jee Sabhal Jaye, Ab
Is Kadar Bhi Na Chaaho Ki Dam Nikal Jaaye.