चढ़े हैं काटने वालों पे लूटने वाले

चढ़े हैं काटने वालों पे लूटने वाले

चढ़े हैं काटने वालों पे लूटने वाले
इसी हुजूम-ए-बला में पतंग उड़ती है
-ज़फ़र इक़बाल


Chadhe hain kaatane vaalon pe lootane vaale
Isee hujoom-e-bala mein patang udatee hai
-zafar iqabaal