गुलाल तेरे हाथों का लगा आज भी महक देता है

गुलाल तेरे हाथों का लगा आज भी महक देता है

गुलाल तेरे हाथों का लगा आज भी महक देता है,
छूता भी हूँ जब गुलाल को उस पल याद दिला देता है!


Gulaal tere haathon ka laga aaj bhee mahak deta hai,
Chhoota bhee hoon jab gulaal ko us pal yaad dila deta hai!