गुनाह ए इश्क में वो दौर भी बहुत खास रहा

गुनाह ए इश्क में वो दौर भी बहुत खास रहा

गुनाह-ए-इश्क में
वो दौर भी बहुत खास रहा,
जब मेरा न होकर भी
तू मेरे बहुत पास रहा ...!


Gunaah-e-ishk mein,
Wo daur bhee bahut khaas raha !!
Jab mera na hokar bhee,
Tu mere bahut paas raha !!