गुज़र गया है कोई लम्हा ए शरर की तरह Rajnish / May 30, 2021 गुज़र गया है कोई लम्हा ए शरर की तरह गुज़र गया है कोई लम्हा-ए-शरर की तरह अभी तो मैं उसे पहचान भी न पाया था !! Gujar gaya hai koi lamha-e-sharr ki tarah abhi to main use pehachaan bhi na paaya tha Shayari Sad Shayari