गुज़र गया है कोई लम्हा ए शरर की तरह

गुज़र गया है कोई लम्हा ए शरर की तरह

गुज़र गया है कोई लम्हा-ए-शरर की तरह
अभी तो मैं उसे पहचान भी न पाया था !!


Gujar gaya hai koi lamha-e-sharr ki tarah
abhi to main use pehachaan bhi na paaya tha