खुश्क आँखों से भी अश्कों की महक आती है

खुश्क आँखों से भी अश्कों की महक आती है

खुश्क आँखों से भी अश्कों की महक आती है,
तेरे ग़म को ज़माने से मैं छुपाऊं कैसे।


Khushk aankhon se bhee ashkon kee mahak aatee hai,
Tere gam ko zamaane se main chhupaoon kaise.