खुदा ही जाने क्यूँ हाथो पे तुम मेहँदी लगाती हो

खुदा ही जाने क्यूँ हाथो पे तुम मेहँदी लगाती हो

खुदा ही जाने क्यूँ हाथो पे तुम मेहँदी लगाती हो

खुदा ही जाने क्यूँ हाथो पे तुम मेहँदी लगाती हो,
बड़ी ही नासमझ हो, फूलों पर पत्तों के रंग चढ़ाती हो।


Khuda hee jaane kyoon haatho pe tum mehandee lagaatee ho,
Badee hee naasamajh ho, phoolon par patton ke rang chadhaatee ho.