खींच कर उतार देते हैं उम्र की चादर

खींच कर उतार देते हैं उम्र की चादर

खींच कर उतार देते हैं उम्र की चादर

खींच कर उतार देते हैं उम्र की चादर,
ये कमबख़्त दोस्त कभी बूढ़ा नहीं होने देते।


Kheench kar utaar dete hain umr kee chaadar,
Ye kamabakht dost kabhee boodha nahin hone dete.