ख़ुदा ही जाने क्या कशिश हैं मोहाब्बत में

ख़ुदा ही जाने क्या कशिश हैं मोहाब्बत में

ख़ुदा ही जाने क्या कशिश हैं मोहाब्बत में...
एक अनजान हमारा हकदार बन बैठता हैं...!!


Khuda hee jaane kya kashish hain mohaabbat mein...
Ek anajaan hamaara hakadaar ban baithata hain...!!