क्यूँ बोझ हो जाते हैं झुके हुए कांधे

क्यूँ बोझ हो जाते हैं झुके हुए कांधे

क्यूँ बोझ हो जाते हैं झुके हुए कांधे...
जिन पर चढकर कभी मेला देखा करते थे...!!


Kyoon bojh ho jaate hain jhuke hue kaandhe...
Jin par chadhakar kabhee mela dekha karate the...!!