क्या पता तुम कब भूल जाओ ये मोहब्बत

क्या पता तुम कब भूल जाओ ये मोहब्बत

क्या पता तुम कब भूल जाओ ये मोहब्बत,
जिसे हम ज़िन्दगी और तुम एक लफ्ज़ कहते हो...!!


Kya pata tum kab bhool jao ye mohabbat,
Jise ham zindagee aur tum ek laphz kahate ho...!!