क्या दिखा नही वो खून तुम्हें

क्या दिखा नही वो खून तुम्हें

क्या दिखा नही वो खून तुम्हें,
जहाँ धरती पुत्र का अंत हुआ,
सच को ये सच नही मान रहा,
लो आँखों से अँधा भक्त हुआ.


Kya dikha nahee vo khoon tumhen,
Jahaan dharatee putr ka ant hua,
Sach ko ye sach nahee maan raha,
Lo aankhon se andha bhakt hua.