क्या जरूरी है कि वो मुज़रिम ही हो

क्या जरूरी है कि वो मुज़रिम ही हो

क्या जरूरी है कि वो मुज़रिम ही हो

क्या जरूरी है कि वो मुज़रिम ही हो
जिनके हक़ में फैसले नहीं होते...


Kya jarooree hai ki vo muzarim hee ho
Jinake haq mein phaisale nahin hote...