क्या खूब हैं ये चाहतों के चिराग़ भी

क्या खूब हैं ये चाहतों के चिराग़ भी

क्या खूब हैं ये चाहतों के चिराग़ भी.
कहीं जल भी न सके कहीं बुझ भी न सके.।


Kya khoob hain ye chaahaton ke chiraag bhee.
Kaheen jal bhee na sake kaheen bujh bhee na sake..