क्या खूब मजबूरी है गमले में लगे पेड़ों की

क्या खूब मजबूरी है गमले में लगे पेड़ों की

क्या खूब मजबूरी है गमले में लगे पेड़ों की

क्या खूब मजबूरी है गमले में लगे पेड़ों की...
हरा भी रहना है और बढ़ना भी नहीं....


Kya khoob majabooree hai gamale mein lage pedon kee...
Hara bhee rahana hai aur badhana bhee nahin....