कोई मिला ही नहीं जिस को सौंपते मोहसिन

कोई मिला ही नहीं जिस को सौंपते मोहसिन

कोई मिला ही नहीं जिस को सौंपते मोहसिन,
हम अपने ख्वाब की खुशबू, ख्याल का मौसम।


Koi Mila Hi Nahi Jis Ko Saunpte Mohsin,
Hum Apne Khwab Ki Khushbu, Khayal Ka Mausam.